मंगलवार, 24 अप्रैल 2018

राजस्थानी कवियों एवं लेखकों द्वारा रचित प्रमुख रचनाओं की 4 gk ट्रिक

Rajasthani लेखकों द्वारा रचित रचनाएं gk की Short Tricks



मणि मधुकर द्वारा रचित रचनाओं की शॉर्ट ट्रिक

मणि मधुकर Mani Madhukar ( मूल नाम मनीराम शर्मा ) हिंदी एवं राजस्थानी भाषा के प्रसिद्ध कवि और लेखक Twitter हैं ।

इनका जन्म चुरू जिले के सेऊवा , राजगढ़ में 9 सितम्बर, 1942 को हुआ । साहित्य अकादमी पुरस्कार, प्रेमचंद पुरस्‍कार, कालिदास पुरस्‍कार आदि पुरस्कारों से सम्मानित है । रस गंधर्व एवं खेला पालेमपुर इनके द्वारा रचित प्रमुख नाटक हैं जिनकी शार्ट ट्रिक Rajasthan General Knowledge Short Trick In Hindi आगे विस्तार से दी जा रही हैं ।
ट्रिक = मणि रस खेला
ट्रिक शब्द ट्रिक विवरण
मणि मणि मधुकर के प्रसिद्ध नाटक
रस रस गंधर्व
खेला खेला पालमपुर



सांयाजी झूला द्वारा रचित रचनाओं की SHORT TRICK

सांयाजी झूला ईडर राज्य के शासक राव कल्याणमल के आश्रित कवि थे ।
 रुक्मणी हरण और नागदमण सांयाजी झूला द्वारा रचित प्रसिद्ध रचनाएं हैं ।
सांयाजी झूला ने इन ग्रंथों की रचना डिंगल भाषा में की।
इन ग्रंथों को याद करने के लिए राजस्थान Short ट्रिक आपके लिए लाया है एक ऐसी ट्रिक जो आसानी से भूलेगी नहीं।

ट्रिक है " सांया नाग रुक " यानि इस ट्रिक को ऐसे भी समझ सकते हैं कि नाग की छाया को रोका जा रहा है ।

 Trick को विस्तार से आगे समझाया गया हैं।
ट्रिक = सांया नाग रुक।
ट्रिक शब्द ट्रिक विवरण
सांया सांयाजी झूला द्वारा रचित ग्रन्थ
नाग नागदमण
रुक रुक्मणी हरण


Hiralal Shastri द्वारा रचित रचनाएं trick में

स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा और जयपुर राज्य में जनजागरण के पुरोधा श्री हीरालाल शास्त्री का जन्म जयपुर के जोबनेर में 24 नवम्बर, 1899 को हुआ ।

 हीरालाल शास्त्री जयपुर मंत्रिमंडल के प्रथम मुख्यमंत्री भी बने । वनस्थली विद्यापीठ की जीवन कुटीर नाम से स्थापना की

शास्त्रीजी ने प्रत्यक्ष जीवन शास्त्र नाम से अपनी आत्मकथा लिखी।
1930 ई. में प्रलय प्रतीक्षा नमो-नमो गीत लिखा जो बहुत लोकप्रिय हुआ ।

 28 दिसंबर, 1974 को शास्त्रीजी का देहावसान हुआ।

तो दोस्तो आगे प्रस्तुत हैं शास्त्रीजी द्वारा रचित रचनाओं की rajasthan gk trick in hindi .
ट्रिक = हिरा पर प्रलय।
ट्रिक शब्द ट्रिक विवरण
हिरा हीरालाल शास्त्री द्वारा रचित
पर प्रत्यक्ष जीवन शास्त्र
प्रलय प्रलय प्रतीक्षा नमो नमो


यादवेन्द्र शर्मा 'चन्द्र' की रचनाएं ट्रिक

राजस्थान के सर्वाधिक चर्चित व प्रसिद्ध उपन्यासकार, कहानीकार तथा नाटककार यादवेन्द्र शर्मा 'चन्द्र' का जन्म बीकानेर में 1932 ई. में हुआ ।

 पराजिता , सन्‍यासी और सुंदरी , एक और मुख्‍यमंत्री , दीया जला दीया बुझा , मोहभंग, हज़ार घोडों पर सवार , कुर्सी गायब हो गई , गुलाबडी , खम्‍मा अन्‍नदाता , खून का टीका , ढोकन कुंजकली , सपना , आदि यादवेन्द्र चन्द्रजी द्वारा रचित प्रमुख उपन्यास हैं ।
मेरी प्रेम कहानियां , महापुरुष , श्रेष्‍ठ जमीन का टुकडा , जंजाल, आदि इनके द्वारा रचित प्रमुख कहानी संग्रह हैं ।

नाटक - आखिरी पड़ाव , ताश का घर , महाराजा शेखचिल्‍ली , महाबली बर्बरिक , मैं अश्‍वत्‍थामा , चुप हो जाए पीटर , चार अजूबे , जीमूतवाहन आदि प्रसिद्ध नाटकों की भी रचना की। पहली राजस्‍थानी फ़िल्‍म 'लाज राखो राणी सती' इनके लेखन का ही परिणाम थी। उपन्यास 'हज़ार घोडों पर सवार' पर टीवी धारावाहिक बना था ।
 3 मार्च, 2009 जयपुर में इनका देहावसान हो गया ।
 मैंने यादवेन्द्र चंद्र जी की प्रमुख रचनाओं की शार्ट ट्रिक बनाई हैं जो आपके लिए हाजिर कर रहा हूँ।
ट्रिक यहाँ हूँ खम्मा,मिटटी जमी,हजार रो ताज ।
ट्रिक शब्द ट्रिक विवरण
यहाँ यादवेन्द्र चन्द्र शर्मा
हूँ हूँ गौरी किण पीव री
खम्मा खम्मा अन्नदाता
मिटटी मिटटी रो कलंक
जमीं जमानी ड्योढ़ी
हजार हजार घोड़ों का सवार
रो ×××
ता तास रो घर(नाटक)
जमारो(कहानी)